दो IAS अधिकारियो की प्रेरणा से सरस्वती IAS की स्थापना 1998 में गोरखपुर में की गई। इसके पीछे उद्देश्य था क्षेत्रीय प्रतियोगी विद्यार्थियों को
सिविल सर्विसेज परीक्षा (IAS/PCS) के लिए उच्च गुणवक्तायुक्त अध्ययन अध्ययन का वातवरण उपलब्ध कराना । क्षेत्र के हज़ारो विद्यार्थियों को सिविल सर्विसेज परीछा
की तैयारी हेतु प्रतिवर्ष दिल्ली अथवा प्रयागराज (इलाहाबाद) जाना पड़ता है । विद्यर्थियो को इस समस्या से मुक्ति दिलाने हेतु सरस्वती IAS में दिल्ली के प्रमुख शिक्षकों की टीम
अध्ययापन हेतु लगायी गई। परिणाम यह है की प्रथम वर्ष में ही संस्था के पाँच विद्यार्थियों को सफलता मिली। अब स्थानीय विद्यार्थियों को दिल्ली अथवा प्रयागराज जाने की
आवश्यकता नहीं रही। सरस्वती IAS ने शीघ्र ही अपनी शाखाएं (Branches) दिल्ली तथा लखनऊ में भी स्थापित कर दिया ।
सरस्वती IAS अब संघ ने लोक सेवा आयोग (UPSC) एवं प्रांतीय परीक्षकों (PCS) की तैयारी कराने वाली देश की प्रमुख संस्था बन चुकी है। यहाँ सिविल सर्विसेज परीक्षा के बदलते स्वरुप एवं पाठ्यक्रम को ध्यान में रखते
हुए प्रारम्भिक परीक्षा से लगायत साक्षात्कार तक की ट्रेनिंग देश के प्रख्यात और मान्य विशेषज्ञों द्वारा एक कड़ी में दी जाती है । प्रारम्भिक और मुख्य परीक्षा की अलग प्रकृति
को देखते हुए इस संस्था में दोनों की तैयारी विख्यात विशेषज्ञो से करायी जाती है । नियमित साप्ताहिक टेस्ट और All India Pattern मोचक Test से अभ्यर्थियों को अपनी
तैयारी का स्तर जानने और फिर सुधारने का अवसर मिलता है | गत 20 वर्षो में संस्था ने देश को तीन दर्जन से अधिक प्रशासक दिए है | अपनी विशिष्ट शैली,उच्च
गुणवत्ता और शानदार परीक्षा परिणाम के चलते 'सरस्वती IAS' की गणना देश की सर्वश्रेष्ठ कोचिंग संस्थानों में की जाती है|